निंदक बाबा वीर हमारा
बिनही कौड़ी कहे बिचारा
आप डूबे, औरन को तारे
ऐसा प्रीतम पार उतारे
- कवि दादू
Laughter is the BEST medicine, and the best health tonic. Share a laugh!
Your happiness quotient – multiplied
निंदक बाबा वीर हमारा
बिनही कौड़ी कहे बिचारा
आप डूबे, औरन को तारे
ऐसा प्रीतम पार उतारे
When all is said and done, as a rule, more is said than done.
अध्यापिका ने प्रश्न किया – “मोहन चोरी करता है” – इसका भविष्यत् काल बताओ!
मीना- “जी, मोहन जेल जाएगा।“
दूर से आए हुए रिश्तेदार ने पप्पू से पूछा, “बेटा, कभी स्कूल देर से जाते हो?”
“नहीं जी! बिल्कुल नहीं!” फट से जवाब आया।
“कभी चोरी की है?”
“कभी नहीं!”
“दोस्तों के साथ सिगरेट- जुआ कभी?”
“सवाल ही नहीं उठता!”
“तो बेटा, कोई बुरी आदत तो होगी?”
“जी, कुछ खास नहीं, बस कभी-कभार झूठ बोलता हूँ।“
सवाल: अगर अचानक से सामने ? भगवान आ जायें तो क्या करना चाहिए…?
जवाब : सबसे पहले तो ये कंन्फर्म करना चाहिए, कि भगवान हमारे पास आये हैं या हम उनके पास गए हैं…..
पापा: नालायक लड़का पैदा किया है हमने! न पढ़ाई लिखाई जानता है, न दुनिया की ही समझ है। धनिया लेने भेजो, तो पुदीना उठा कर चले आ रहे हैं साहबज़ादे। निकाल घर से बाहर!
बेटा: पापा चलिए फिर साथ में ही निकलते हैं।
पापा: क्यूँ?
बेटा: मम्मी कह रही हैं कि ये मेथी है।